चिरायता क्या है? इसके फायदे और इसका सेवन कैसे करें?

चिरायता क्या है? इसके फायदे और इसका सेवन कैसे करें?

चिरायता, एक जानी-मानी जड़ी बूटी है जिसे सदियों से आयुर्वेद में इस्तेमाल किया जाता रहा है। ये अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है और कई बीमारियों को दूर रखने में मदद करती है।

आइए जानते हैं चिरायता के फायदों और उसके इस्तेमाल के आसान तरीकों के बारे में।

शुरुआती शुगर को रखे काबू

अगर आपका शुगर लेवल थोड़ा बढ़ गया है और डॉक्टर ने डायबिटीज (diabetes) की शुरुआत बताई है, तो चिरायता आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।

रोजाना सुबह-शाम खाली पेट एक-एक चम्मच चिरायता का पाउडर पानी के साथ लेने से शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है।

जामुन की गुठली, डायबिटीज का साथी

शुगर कंट्रोल करने में चिरायता के साथ जामुन की गुठली का पाउडर भी कमाल का काम करता है। 100 ग्राम चिरायता पाउडर और 100 ग्राम जामुन की गुठली का पाउडर मिलाकर रख लें।

रोज सुबह-शाम एक-एक चम्मच ये पाउडर पानी के साथ लें। माना जाता है कि इससे शुगर जड़ से खत्म हो सकती है।

पुरानी शुगर में भी राहत

अगर आपको लंबे समय से शुगर की बीमारी है, तो चिरायता का सेवन फायदेमंद हो सकता है। ये भले ही पूरी तरह शुगर को खत्म न करे, लेकिन इससे शुगर की वजह से होने वाली परेशानियों को कम किया जा सकता है।

साथ ही, चिरायता शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में भी मदद करती है।

लीवर की समस्याओं का तोड़

चिरायता लीवर से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में भी कारगर है। फैटी लीवर, टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज से जुड़ा लीवर खराब होना, और ग्रेड 1 और ग्रेड 2 लीवर फेलियर जैसी बीमारियों में चिरायता फायदा पहुंचाती है।

100 ग्राम चिरायता पाउडर और 100 ग्राम भूमि आंवला पाउडर मिलाकर सुबह-शाम एक-एक चम्मच लेने से लीवर की सेहत को सुधारा जा सकता है।

कैंसर से बचाव का उपाय

चिरायता कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचाव में भी सहायक मानी जाती है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर में बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं।

कई बीमारियों की जड़ यही बैक्टीरिया होते हैं। इसीलिए, हर साल एक से दो महीने तक चिरायता का सेवन करने से कैंसर का खतरा कम हो सकता है।

चिरायता का सेवन कैसे करें?

सावधानी:

  • माँ बनने वाली और दूध पिलाने वाली महिलाओं को चिरायता नहीं लेना चाहिए।
  • अगर आपको कोई और बीमारी है, तो चिरायता लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
  • बहुत ज्यादा चिरायता लेने से पेट में जलन, दस्त और उल्टी जैसी परेशानी हो सकती है।

कहां मिलेगी?

चिरायता आसानी से दुकानों पर मिल जाती है। ये आमतौर पर पाउडर, कैप्सूल और गोली के रूप में आती है।

स्वाद पसंद नहीं?

अगर आपको चिरायता का स्वाद कड़वा लगता है, तो आप इसे दूध या शहद के साथ ले सकते हैं।

पानी जरूरी:

चिरायता का सेवन करते समय ढेर सारा पानी पीना न भूलें।

चिरायता के बारे में मजेदार बातें

  • चिरायता का असली नाम "Swertia chirata" है।
  • ये भारत, नेपाल और चीन में पाया जाने वाला एक पौधा है।
  • चिरायता को हिंदी में "चिरायता," अंग्रेजी में "gentiana," और संस्कृत में "कटुकी" के नाम से जाना जाता है।
  • आयुर्वेद में सदियों से चिरायता का इस्तेमाल किया जा रहा है।

चिरायता कई बीमारियों को दूर रखने में कारगर है। प्राकृतिक रूप से सेहत सुधारना चाहते हैं तो चिरायता आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।

याद रखें:

ये जानकारी सिर्फ आपके ज्ञान के लिए है और डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं है।  अगर आपको कोई भी बीमारी है, तो सबसे अच्छा है कि डॉक्टर से सलाह लें।

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